क्या रूप है शेरावाली का आंबे का ज्योति वाली का
सब मिल कर बोलो जय कारा,जरा प्रेम से बोलो जैकारा,
क्या रूप है शेरावाली का आंबे का ज्योति वाली का
ये दुखड़े हमारे हर लेती खुशियों के खजाने भर देती
ये माता अदि शक्ति है भगतो पे किरपा रखती है,
इक वार वहां जो आता है मुँह मांगी मुरादे पाता है,
पर्वत पे बनी अटारी है वहां बैठी माता हमारी है ,
करते है तेरी माँ जैकारे दर्शन दे जा हम को माते,
बड़े भक्त तेरे गुण गये है यही द्वार तेरे आये है,
मिले दर्शन हम को आज माता तू खोल भंडारे आज माता,
What is the form of Sherawali, Ambe Ka Jyoti Wali
Say everyone together, Jai Kara, just say with love, Jakara,
What is the form of Sherawali, Ambe Ka Jyoti Wali
These sorrows fill the treasures of happiness we take away
This mother is a great power, she keeps a smirk on the devotees,
Whoever comes there once, gets his wishes,
There is an attic built on the mountain, the mother sitting there is ours,
Let your mother give darshan to you, let us mother you,
Big devotees have gone to your virtues, this door has come to you.
Today we got darshan, mother, you open Bhandare today mother,