मैं रूप तेरे पर, आशिक हूँ,
यह दिल तो तेरा, हुआ दीवाना
ठोकर खाई, दुनियाँ में बहुत,
मुझे द्वार से, अब न ठुकराना
हर तरह से तुम्हारा, हुआ मैं तो,
फिर क्यों तुमको, मैं बेगाना
मुझे दरस दिखा दो, नंद लाला,
नहीं तो दर तेरे पर, मर जाना
कृपा की न होती जो, आदत तुम्हारी
तो सूनी ही रहती, अदालत तुम्हारी
गोपाल सहारा तेरा है ,
हे नंद लाल सहारा तेरा है ,
मेरा और सहारा कोई नहीं
गोपाल सहारा तेरा है ,
हे नंद लाल सहारा तेरा है ,,,,,,,,,
ओ दीनो के दिल में, जगह तुम न पाते
तो किस दिल में होती, हिफाजत तुम्हारी
कृपा की न होती जो,,,
ग़रीबों की दुनियाँ है, आबाद तुमसे ,
ग़रीबों से है, बादशाहत तुम्हारी ,
कृपा की न होती जो,,,,,,
न मुल्जिम ही होते, न तुम होते हाकिम,
न घर-घर में होती, इबादत तुम्हारी ,
कृपा की न होती जो,,,
तुम्हारी ही उल्फ़त के, द्रिग ‘बिन्दु’ हैं यह ,
तुम्हें सौंपते है, अमानत तुम्हारी ,
कृपा की न होती जो,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तीभोपाल
स्वरचित्र विचित्र
I am in love with you,
This heart is yours, it is crazy
stumbled, many in the world,
Don’t turn me down now
Yours in every way, I happened to be,
Then why you, I begana
Show me Daras, Nand Lala,
Otherwise, at the cost of you, die
Whoever was not of grace, your habit
So it would have remained deserted, the court was yours.
Gopal Sahara is yours,
O Nand Lal Sahara is yours,
I have no support
Gopal Sahara is yours,
O Nand Lal Sahara is yours,,,,,
O in the heart of dino, you can’t find the place
So in which heart would you be protected?
Had it not been for grace,
The world of the poor is inhabited by you,
From the poor, the kingdom is yours,
If there was no grace,
Neither would you have been the accused, nor you would have been the prince,
Neither would it have been in the house, your worship was yours,
Had it not been for grace,
These are the ‘points’ of your misfortune,
handing over to you, your innocence,
Wouldn’t have been of grace,,,,,
Uploader- AnilramurtiBhopal
autograph bizarre