मोह माया को त्याग कर शरण जो माँ की आये,
माँ के चरणों में उन्हें सुख सारे मिल जाये रे भगतो,
शेरावाली माता तेरी सदा ही जय,
प्राणी जो संसार में माँ का करे गुणगान
अपनी भगती का उन्हें देती माँ वरदान,
ध्यानु जैसे भगत सा अटल जो हो विश्वाश,
कैसे न पूरण करे माँ भगतो की आस,
अष्ट बुजी जगदम्बे माँ जग की पालनहार,
अपनी शक्ति से रचा जिसने ये संसार,
माँ की ममता जानिए माँ जैसा न कोई,
ठेस लगे जो लाल को माँ की आँख ही रोये रे भगतो,
माँ इक तरबर प्यार का शीतल जिसकी छाव,
पीले अमृत प्रेम का धो धो माँ के पाँव,
हाथ दया के देखिये उठे रहे दिन रेन,
कल्याणी करुना मई लेत न इक पल चैन,
जग जननी दया वान माँ उसके रंग हजार,
ना जाने किस रूप में करदे माँ उधार,
कन कन उसका रूप है महिमा उसकी जात,
मन की आँखे खोल के माँ को तू पहचान
Abandoning the illusion of illusion, the refuge that comes to the mother,
May they get all the happiness at the feet of the mother, Rey Bhagto,
Sherawali Mata Teri always hail,
The creature that praises the mother in the world
Mother giving her a boon to her sister,
Dhyanu is like a Bhagat who is unshakable,
How not to fulfill the hope of mother Bhagto,
Ashta Buji Jagdambe Mother is the custodian of the world,
Who created this world with his power,
Know mother’s love, there is no one like mother,
Whoever hurts Lal, cry only in the eyes of his mother, Re Bhagto,
Mother Ik Tarbar is the soft of love whose shadow,
The yellow nectar of love washes mother’s feet,
Hands of mercy are rising day by day rain,
Kalyani Karuna may take no ik moment peace,
Jag Janani Daya Van Mother Her Colors Thousand,
Don’t know in what form the mother borrowed,
Where is his form, glory is his race,
You recognize the mother by opening your mind’s eyes