पलके बिछाये खड़े द्वार सँवारे,
तेरे भगतो को है इंतजार सँवारे
पलके बिछाये खड़े द्वार सँवारे,
चुन चुन कलियाँ तेरे लिए मैं भगियां से फूल लाया,
बड़े चाव और बड़े भाव से दिल से तुझे सजाया,
तुम आकर तो देखो इक बार सँवारे,
पलके बिछाये खड़े द्वार सँवारे,
श्याम धनि कुटिया में मेरी इक बार तो आओ,
प्रेम भाव का भोग ये मेरा आकर भोग लगाओ,
मेरी विनती करो स्वीकार सँवारे,
पलके बिछाये खड़े द्वार सँवारे,
तीन बाण के धारी जानू तू हारे का सहारा,
बालक तेरा अनिल मित्तल का है श्याम विसारा,
अपने बालक को देदो तुम प्यार सँवारे,
पलके बिछाये खड़े द्वार सँवारे,
Beautify the standing door with your eyelids laid,
Your brothers are waiting
Beautify the standing door with your eyelids laid,
Chun chun buds for you I brought flowers from sisters,
Decorated you with great fervor and heart,
If you come and see me once again,
Beautify the standing door with your eyelids laid,
Come to me once in Shyam Dhani Kutiya,
Enjoy the feeling of love, come and enjoy it for me,
please accept me
Beautify the standing door with your eyelids laid,
Know the holder of three arrows, you are the support of the loser,
The boy is of your Anil Mittal, Shyam Visara,
Give your child you love to cherish,
Beautify the standing door with your eyelids laid,