खाटू धाम में घूमे है भगतो की ये टोली
ऐसे जैसे रंगीन रंगोली फागुन में सज गई है मेरे बाबा की हवेली,
ऐसे जैसे चंदा की चकोरी
मेरे बाबा की किरपा थोड़ा भगति का नशा रंगो की बरसात है
खाटूवाला मेरे साथ है
पूरी करता है अभिलाषा बैठा है खाटू का राजा,
दर पे झुकती आ कर दुनिया सारी है
ना मैं मांगू चांदी सोना मेरा श्याम है सब का सलोना हम तो तन मन धन से इस के पुजारी है,
मन की मुराद लिए जो भी आता है याहा
होती फिर करामात है,
खाटूवाला मेरे साथ है
सब से उचा है दर्जा तेरा सब के होठो में चर्चा तेरा,
करता रेहमत की बारिश सदा चूक न पायेगा कर्जा तेरा,
मिल कर खेल आओ याम जंग रंगो की होली
ऐसे जैसे हो आँख मचोली फागुन में सज गई है मेरे बाबा की हवेली
ऐसे जैसे चंदा की चकोरी
मेरे बाबा की किरपा थोड़ा भगति का नशा रंगो की बरसात है
खाटूवाला मेरे साथ है
This group of devotees has roamed in Khatu Dham
Like this colorful rangoli is decorated in fagun, my baba’s mansion,
like chakori of chanda
My Baba’s Kirpa is a little intoxicating of devotion, it is rain of colors
Khatuwala is with me
Fulfills the desire, the king of Khatu is sitting,
The whole world is bowing down at the rate
I don’t ask for silver, gold is my shyam, everyone’s salona, we are the priests of this with our body and mind,
Whoever comes for the wishes of the mind yaha
Then there is enchantment,
Khatuwala is with me
Your status is the highest of all, your discussion in everyone’s lips,
The rain of rehmat will not be missed forever, your debt will be missed.
Come play together, Yam Jung, Holi of colors
It is as if my eyes have been decorated in macholi phagun.
like chakori of chanda
My Baba’s Kirpa is a little intoxicating of devotion, it is rain of colors
Khatuwala is with me