कही डूब जाऊ न अब लगा दो तुम किनारा
मजधार में फसी है नैया साईं तू ही सहारा
कही डूब जाऊ न अब लगा दो तुम किनारा
दर दर भटक रहा हु बाबा अब कितना भटकाओ गे
आखिर में मेरे बाबा कब तक मंजिल तक पोह्चाओ गे
हस्ती है मुझपे दुनिया साईं तेरा ही सहारा
कही डूब जाऊ न अब लगा दो तुम किनारा
बिगड़ी पल भर में बनाये जीवन को चमकाता है
बिगड़ी भाग रेखा को साईं पल भर में सजाता है
मेरी बिगड़ी बना दो हां बाबा तुझको है पुकारा
कही डूब जाऊ न अब लगा दो तुम किनारा
मैं बहुत बेबस हु बाबा मैं बहुत लाचार है
दुःख ने एसा तांडव किया है तन मन से बीमार हु
सुनील तिवाड़ी चन्दन तेरे बेटे ने पुकारा
कही डूब जाऊ न अब लगा दो तुम किनारा
Do not drown somewhere, now put you on the edge
Naya Sai, you are the only helper
Do not drown somewhere, now put you on the edge
Baba I am wandering from rate to rate, how much will you wander now?
In the end, by when will my baba reach the destination?
Celebrity is the world on me, Sai is your only support
Do not drown somewhere, now put you on the edge
Brightens the life made in a spoiled moment
Sai decorates the broken part line in a moment
Make me spoiled yes baba you have called
Do not drown somewhere, now put you on the edge
i am very helpless baba i am very helpless
Sadness has caused such an orgy, I am sick with body and mind.
Sunil Tiwari Chandan Your son called
Do not drown somewhere, now put you on the edge