छोड़ गए तुम हमको मोहन जग में किसके सहारे
टूट रही साँसों की डोरी अब तो दर्श दिखा रे
आजा रे सांवरे आजा रे …………..
जीवन में कुछ भी नहीं है बिन अब तुम्हारे
तेरे बिना ये मोहन किस काम का रे
किसके सहारे जियूं अब में हे जग पालनहारे
आजा रे सांवरे आजा रे …………..
आँखों को हर घडी है इंतज़ार तेरा
जीवन है रात काली कर दो सवेरा
अपने चाहने वालों को अब इतना ना तरसा रे
आजा रे सांवरे आजा रे …………..
प्राण पखेरू चाहे अब हो भी जाएँ
ग़म बस रहेगा तुमसे हम मिल ना पाए
आके दर्श दिखा दे या फिर प्राण मेरे लेजा रे
आजा रे सांवरे आजा रे …………..
With whom did you leave us in the world of Mohan?
The thread of the broken breath is now showing the vision
Aaja re saaware aaja re………..
there is nothing in life without you now
What is the use of this Mohan without you?
With whom do I live now?
Aaja re saaware aaja re………..
Eyes are waiting for you every hour
Life is dark, make the night dark
Don’t yearn for your loved ones so much
Aaja re saaware aaja re………..
Pran Pakheru may still be there
There will be only sorrow, we could not meet you
Come show me your vision or else your life will take me
Aaja re saaware aaja re………..