मैं तो हो गई वनवारिया श्याम सुन के मुरलियां
श्याम सुन के मुरलिया मैं तो हो गई वनवारीया,
श्याम ही मन मेरा श्याम ही तन मेरा श्याम ही करता धरता,
श्याम ही मेरो रोम रोम में श्याम ही जीवन दाता,
मैं तो हो गई वनवारिया श्याम सुन के मुरलियां,
श्याम सुन के मुरलिया मैं तो हो गई वनवारीया,
श्याम ही पति मेरो श्याम ही मती मेरो श्याम हो प्राण पति है,
कैसे निकसे हिरदये से मेरे तिर्शे आन फसे है,
मैं तो हो गई वन्वारियां श्याम सुन के मुरलियां
श्याम सुन के मुरलिया मैं तो हो गई वनवारीया,
यमुना तट पर ग्वाल बाल संग खेले कृष्ण कन्हियाँ,
ठुमक ठुमक कर नाचे वो तो दे दे था था थैयां
मैं तो हो गई वन्वारियां श्याम सुन के मुरलियां
श्याम सुन के मुरलिया मैं तो हो गई वनवारीया,
राधा संग वो रास रचाए कदम की छैया कन्हियाँ,
मुरली की धुन सुन सुन कर मधु नाचन लागे गैयाँ,
मैं तो हो गई वन्वारियां श्याम सुन के मुरलियां
श्याम सुन के मुरलिया मैं तो हो गई वनवारीया,
I have become Vanwaria Shyam Sun Ke Murliyan
After listening to Shyam, I became a murliya.
Shyam is my mind, my Shyam is my body, only my Shyam keeps doing,
Shyam is my life in Rome, only Shyam is the giver of life,
I have become Vanwariya Shyam, listening to the murliyan,
After listening to Shyam, I became a murliya.
Shyam is my husband, Shyam is my mother, Shyam is my husband, life is husband,
How come my heart is stuck on my side,
I have become Vanwariyan Shyam listen to Murliyan
After listening to Shyam, I became a murliya.
Krishna Kanhiya played with Gwal Bal on the banks of Yamuna,
Thumk thumk thumk thumk he to de de tha thayyan
I have become Vanwariyan Shyam listen to Murliyan
After listening to Shyam, I became a murliya.
With Radha, she made her step towards her feet,
Hearing the melody of the murli, Madhu dances,
I have become Vanwariyan Shyam listen to Murliyan
After listening to Shyam, I became a murliya.