बाबा खोल किवाड़ तेरा टाबर करे पुकार
दिन गिन महीना बीत गया ना हॉवे इन्तजार,
बाबा खोल किवाड़ तेरा टाबर करे पुकार
तेरे दर्श को व्याकुल नैना ये तरसे
यादे में तेरी सारी सारी रात बरसे
सावन में भी तुम बिन ना है कोई बहार,
दिन गिन महीना बीत गया ना हॉवे इन्तजार,
गलती हुई क्या हम से इतना बता दो
नादान है अब न इतनी सजा दो
तुम बिन सब सुना है जीवन लागे बेकार,
दिन गिन महीना बीत गया ना हॉवे इन्तजार,
फागुन के पाशे बाबा हमे क्यों बुलाये
पीहर है म्हारो खाटू काहे न बुलाये,
बाबुल से मिलने को मीकु है बेकरार
दिन गिन महीना बीत गया ना हॉवे इन्तजार,
baba khol kivad tera tabar kare call
Days and months have passed, don’t you wait?
baba khol kivad tera tabar kare call
Naina is tired of your sight
It rained all your night in memory
Even in Sawan there is no outside without you,
Days and months have passed, don’t you wait?
Is there a mistake, tell us this much
It’s naive, now don’t punish so much
Without you all have heard that life is useless,
Days and months have passed, don’t you wait?
Why should Baba call us to Phagun?
Pehar hai mharo khatu why not call,
Miku is eager to meet Babylon
Days and months have passed, don’t you wait?