सुन मुरली की तान गिरधारी रातो की मेरी नींद उड़ गई
तेरी मुरली की तान बड़ी प्यारी
रातो की मेरी नींद उड़ गई
जब से मुरली भजी है घनश्याम है
माला जपने लगे है इसके नाम की
ब्रिज की गोपियाँ नाचन लगी सारी,
रातो की मेरी नींद उड़ गई
जोगन मीरा का मन हरषाया है जब से कान्हा ने रास रचाया है
मीरा भूल गई सुध बुध सारी,
रातो की मेरी नींद उड़ गई
तीनो लोक में बंसीधर तेरा नाम है
सारे देवो में कान्हा तू महान है
तेरे चरणों में जिन्दगी है सारी,
रातो की मेरी नींद उड़ गई
Hearing the melody of the murli, my sleep was lost in the Girdhari nights.
The tone of your murli is very sweet
I lost my sleep at night
Ever since the murli is bhaji, it is Ghanshyam.
The rosary has started chanting its name.
The gopis of the bridge all started dancing,
I lost my sleep at night
Jogan Meera’s heart has been blown ever since Kanha has created Raas.
Meera forgot all the sweetness,
I lost my sleep at night
Bansidhar is your name in the three worlds
Kanha you are the greatest among all the gods
Life is all at your feet,
I lost my sleep at night