मैं बरसाने की छोरी

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मैं बरसाने की छोरी तू है गोकुल का ग्वाला
रास रचाये वृन्दावन में बुला रहे ब्रजबाला
आजा नन्द के लाला, आजा नन्द के लाला

तू बरसाने की छोरी मैं हूँ गोकुल का कान्हा
भरके मटकी माखन की तुम अपने घर से लाना
तभी आएंगे कान्हा, तभी आएंगे कान्हा

हम तो हो गए तोरी दीवानी तूने मोरी कदर ना जानी
तुमरे बिन दिल लगता ना तू मत करियो मनमानी
बन्सी की धून बजा के तूने कैसा जादू डाला

सब ग्वाल बाल आएंगे जी भरके माखन खाएंगे
करके पेट की पूजा हम फिर नाचे और गाएंगे
अपनी मीठी वाणी में तुम्हे गीत भी होगा गाना

सब शर्ते मंजूर है तोरी छोड़ भी दो अब जोरा जोरी
राह निहारेंगे सब मिलके चित्रा संग किशोरी
हर पल तेरा नाम पुकारे साँसों की ये माला

तुम बिन राधे श्याम अधूरा, वचन दिया हम करेंगे पूरा
आएंगे हम रास रचाने करेंगे खूब जहूरा
रंग लगाएंगे हम तो चले ना कोई बहाना

I am the girl of rain, you are the cowherd of Gokul
Brajbala is calling in Vrindavan to create Raas
Aaja Nand Ke Lala, Aaja Nand Ke Lala

You are the girl of rain, I am the Kanha of Gokul
You should bring from your home a full of Matki Makhan
Only then will Kanha come, only then will Kanha come

Hum To Ho Ho Tori Deewani Tune More Kadar Na Jani
Without you, you don’t feel like you are arbitrary.
What kind of magic did you cast by playing Bansi Ki Dhun?

All the cowherds will come and eat butter
By worshiping the stomach we will dance and sing again
You will also sing a song in your sweet voice

All the conditions are acceptable, leave the zucchini even now
Adolescent girls will join hands with Chitra
This garland of breaths call your name every moment

You without Radhe Shyam incomplete, promised we will fulfill
We will come, we will create a lot of love
If we will apply color then we will go, no excuse

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