बाज रहा डंका खाटू धाम का
चाहे घूम लो दुनिया सारी नही कोई बाबा श्याम सा
साल तीनसो पेहले बाबा आके याहा विराजे है
हार शरण में जो भी आता उसको गले लगाते है,
सब साथी बस नाम के जग में साथी ये काम का
चाहे घूम लो दुनिया सारी नही कोई बाबा श्याम सा
रंको को ये सेठ बनाये करता वारे न्यारे,
झुके शरण जो आके इनकी उसके काज सवारे,
ये तो भाव से रीजे नही कोई काम धाम का
चाहे घूम लो दुनिया सारी नही कोई बाबा श्याम सा
मिट जाती हर विपदा इस के दर पे शीश झुकाने से
होती पार भवर से नैया श्याम नाम गुण गाने से,
ये ध्यान सदा रखता अपने भगतो के मान का
चाहे घूम लो दुनिया सारी नही कोई बाबा श्याम सा
भटक रहा क्यों दर दर जाके खाटू में शीश झुका ले तू
जो चाहेगा मिलेगा तुझको श्याम से प्रीत लगा ले तू
पूरी करता सभी मुरादे नही खाली नाम का
चाहे घूम लो दुनिया सारी नही कोई बाबा श्याम सा
Danka Khatu Dham is left
Whether roam around the world, no one is like Baba Shyam
Three years ago, Baba has come and gone.
Whoever comes in the shelter of defeat embraces him,
All companions in the world of bus name, this is of use
Whether roam around the world, no one is like Baba Shyam
What makes this Seth different from the ranks,
The bowed refuge who comes, rides on them,
This is not a matter of emotion, no work is of Dham.
Whether roam around the world, no one is like Baba Shyam
Every calamity gets erased by bowing down at the rate of this
By singing Naiya Shyam Naam Guna from Hota Paar Bhavar,
He always takes care of the honor of his devotees.
Whether roam around the world, no one is like Baba Shyam
Why are you wandering from door to door and bow your head in Khatu
Whatever you want, you will get love from Shyam.
Fulfills all wishes, not empty names
Whether roam around the world, no one is like Baba Shyam