चंडी है महाकाल कालिका खप्पर वाली
रूप धरी विकराल कालिका खप्पर वाली
खून से अपना खप्पर भरने चली दुष्टों का मां वध करने
लेके खड़ग विशाल
कालिका खप्पर वाली
भरली नेत्र में क्रोध की ज्वाला
डाली गले मुंडों की माला
बिखराए है बाल
कालिका खप्पर वाली
रूप धरी काली का रण में
मारी रक्तबीज को क्षण में
की पांपी को निहाल
कालिका खप्पर वाली
अष्टभुजी है मातभवनी
सीता उमा है जग कल्याणी
काटे माया जाल
कालिका खप्पर वाली
Chandi Hai Mahakal Kalika Khapar Wali
Roop Dhari Vikral Kalika Khappar Wali
To kill the wicked, the mother went to fill her rugs with blood.
Lek Khadg Vishal
kalika khapar wali
the flame of anger in the filled eye
cast neck shaved garland
scattered hair
kalika khapar wali
In the battle of black
Kill the blood seed in a moment
rejoice to the pampi
kalika khapar wali
Octabhuji Matbhavani
Sita is Uma Jag Kalyani
bitten maya trap
kalika khapar wali