शिर्डी वाले की कैसी माया बिना तेल के दीप जलाया
पतझड़ के मोसम में देखो प्यार का फूल खिलाया
शिर्डी वाले की कैसी माया बिना तेल के दीप जलाया
शिर्डी में धाम निराला है साईं नाथ मतवाला है
सिर पे पटका बाँध लिया काँधे झोला ढाला है
हाथो में कासा रहमत वाला खुशियाँ भर के लाया
शिर्डी वाले की कैसी माया बिना तेल के दीप जलाया
साईं राम साईं राम भजले प्यारे साईं राम
साईं राम के नाम से बनते देखो सब के बिगड़े काम
शरण पड़े जो दीं दुखी को साईं ने गले लगाया
शिर्डी वाले की कैसी माया बिना तेल के दीप जलाया
सब का मालिक एक है मेरा साईं बड़ा महान,
प्रेम प्यार है सिखलाता सब को माने एक समान
सच केहता गोपाल है भगतो पैगाम ख़ुशी का लाया
शिर्डी वाले की कैसी माया बिना तेल के दीप जलाया
What kind of illusion of Shirdi people lit a lamp without oil
Look at the flower of love in the autumn season
What kind of illusion of Shirdi people lit a lamp without oil
Dham in Shirdi is unique
The satchel is tied on the head.
The kind of mercy in the hands brought happiness
What kind of illusion of Shirdi people lit a lamp without oil
Sai Ram Sai Ram Bhajle Pyare Sai Ram
See everyone’s bad work being done in the name of Sai Ram
Sai hugged the sad one who took refuge
What kind of illusion of Shirdi people lit a lamp without oil
The master of all is one, my sai is great,
love is love teaches everyone to be equal
Sach Kehta Gopal Hai Bhagto’s message brought happiness
What kind of illusion of Shirdi people lit a lamp without oil