चारों दिशा में मईया जी की हो रही जय जयकार
नवरातों की पावन बेला झूम रहा संसार
आज आयी माँ घर में बाजे रे धम धम धा
मैं निर्धन हूँ माता रानी कैसे तुझे खिलाऊँ माँ
रूखा सूखा जो मैं खाऊं वो ही भोग लगाऊं माँ
भोजन में भरपूर मिलेगा मईया मेरा प्यार
आज आयी माँ घर में बाजे रे धम धम धा
नवरातों में शेरोवाली मेरे घर में आई है
जात पात माँ कुछ ना देखे दुनिया को बतलाई है
हर्ष खड़ा सेवा में तेरी मेरा ये परिवार
आज आयी माँ घर में बाजे रे धम धम धा
सोने के आसन ना मईया कैसे तुझे बिठाऊँ माँ
टूटी फूटी वाणी से मैं कैसे तुझे रिझाऊं माँ
लेकिन अँखियों में मईया खूब भरा तेरा प्यार
आज आयी माँ घर में बाजे रे धम धम धा
Maya ji’s hail is being cheered in all four directions
The world is swinging on the holy bell of Navratas
Mother came today in the house Baje Re Dham Dham Dha
I am poor mother queen how can I feed you mother
I should enjoy what I eat dry dry
Maya my love will get rich in food
Mother came today in the house Baje Re Dham Dham Dha
Sherowali has come to my house in Navratas
Jat Pat Maa has not seen anything and has told the world
Your family is happy in standing service
Mother came today in the house Baje Re Dham Dham Dha
How can I make you sit mother?
mother how can i woo you with broken speech
But your love is full of love in the eyes
Mother came today in the house Baje Re Dham Dham Dha