कई जन्मों से बुला रही हु कोई तो रिश्ता जरूर होगा॥
नज़रो से नज़ारे मिला ना पायी मेरी नज़र का कसूर होगा॥
तुम्ही तो मेरे मात पिता हो॥
तुम्ही तो मेरे बंदु सखा हो॥
कितने ही नाते तुम संग जोड़े,
कोई नाता तो जरुर होगा,
कई जन्मों से बुला रही हु……..
कभी भुलाते हो वृदावन मे॥
कभी भुलाते हो मधुवन मे॥
अपने तो मै रोज भुलाते
मेरे घर भी आना जरुर होगा
कई जन्मों से बुला रही हु……
तुम्हे तो मेरे आत्मा हो॥
तुम्ही तो मेरे परमात्मा हो॥
तुझी में रह कर तुझी से पर्दा
पर्दा हटना जरुर होगा
कई जन्मों से बुला रही हु……
अखो में बस गई तस्वीर तेरी॥
दिल मेरा हो गया जागीर तेरी॥
दासी की बिनती तुम्हारे आगे
दर्श दिखना जरूर होगा
कई जन्मों से बुला रही हु……स्वरअलका गोएल
I have been calling since many births, someone must have a relationship.
I could not see the sight from my eyes, it would be the fault of my eyes.
You are my mother and father
You are my friend
How many relationships do you associate with,
There must be some relation
I have been calling since many births.
Do you ever forget in Vridavan?
Do you ever forget in Madhuvan?
I forget you everyday
Must come to my house too
I have been calling since many births.
you are my soul
you are my god
veil from you by living in you
the curtain must be lifted
I have been calling since many births……
Your picture settled in Akho
My heart has become your property.
maid’s request before you
must be seen
I have been calling since many births……SwaraAlka Goel