क्या ये तुमको पता है ओ बाबा
कितनी ग़म गीन ये शब् हुई है
तुमसे मिलने की चाह में आँखें
आंसुओं से लबालब हुई हैं
क्या ये तुमको पता है…………………
ऐसी कोई भी ग्यारस नहीं थी
जिसपे मैं तुमसे मिलने ना आया
एक तो पहरा है पाबंदियों का
दूजा यादो ने बहुत रुलाया
याद आती है खाटू की गलियां
हमसे जो जुदा अब हुई हैं
तुमसे मिलने की चाह में आँखें
आंसुओं से लबालब हुई हैं
क्या ये तुमको पता है…………………
कितने दिन वो हसी होते थे जब आते थे दर्शनों को
आज रोता है ये दिल अकेला ढूंढे कीर्तन भरी महफिलों को
न वो कीर्तन है ना हैं वो प्रेमी रात वीरान सी सब हुई हियँ
तुमसे मिलने की चाह में आँखें
आंसुओं से लबालब हुई हैं
क्या ये तुमको पता है…………………
करदो रहमो करम खाटू वाले अपनी मोरछड़ी लेहराओ
अपने बिछड़े हुए प्रेमियों को अपने चरणों में फिर से बुलाओ
मिठे सतविंदर ये दूरी मेरी तुमसे मेरे रब हुई है
तुमसे मिलने की चाह में आँखें
आंसुओं से लबालब हुई हैं
क्या ये तुमको पता है…………………
do you know this oh baba
How sad is this word
eyes longing to meet you
filled with tears
Do you know this………………….
there was no such thing
where i didn’t come to see you
One is guarded by restrictions
Duza yaado made me cry a lot
I miss the streets of Khatu
Those who are separated from us now
eyes longing to meet you
filled with tears
Do you know this………………….
How many days they used to laugh when they used to come for darshan
Today this heart cries alone, searching for Kirtan-filled gatherings
Neither is that kirtan nor is it that lover’s night, everything has become deserted.
eyes longing to meet you
filled with tears
Do you know this………………….
Cardo Rahamo Karam Khatu Waale Waale Your Morchadi
Bring your lost lovers back to your feet
Sweet Satwinder, this distance has become my Lord from you.
eyes longing to meet you
filled with tears
Do you know this………………….