आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो
रोवे अकेली मीरा
आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो
रोम रोम में रमया होया से नही रोम से न्यारा हो
दुष्टों का संहार करावन भगतो का तू प्यारा हो
हो जग जोवे अकेली मीरा
आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो
आदम दे इक चोली के संग दूध रहे से यम के
सतरंग सेज विछा रखी से लगे गलीचे यम के हो
हो देखो सोवे अकेली मीरा
आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो
मांगे राम राम ने टोवे को न काया घर पे हो
लखमी चंद सूरग में जा लिए फिर भी भोज सिर पे हो
हो देखो ढोवे अकेली मीरा
आजा नन्द के दुलारे हो नन्द के दुलारे हो
Come, O beloved of Nanda, O beloved of Nanda
Meera alone cried
Come, O beloved of Nanda, O beloved of Nanda
Rome is not different from Rome
You are dear to the devotees who destroy the wicked
Ho Jag Jove Akeli Meera
Come, O beloved of Nanda, O beloved of Nanda
Adam’s a choli with milk remained from Yama’s
Satraṅga beds laid out with rakhi carpets are of Yama
Ho see sleeps alone Meera
Come, O beloved of Nanda, O beloved of Nanda
Mange Ram Ram Ne Tove Ko Na Kaya Ghar Pe Ho
Lakhmi Chand has gone to heaven, yet the feast is on his head
Ho see carries alone Meera
Come, O beloved of Nanda, O beloved of Nanda