बोलो ए जमीं बोलो आसमां कोई तो जवाब दो खोलो रे जुबान
कौन सी दिशा में गए मेरे भगवान
बोलो ए जमीं, बोलो आसमां
ताड़क वन में ताड़का मारी
गौतम नारी अहिल्याँ तारी
मारिज सुबान मार गिराया विपरन के प्रभु सारे काज
बोलो ए जमीं, बोलो आसमां
तडप रही है अखियाँ मोरी
उन चरनन की आशा
खड़ा रहा मैं नदी किनारे मैं प्यासा का प्यासा
कैसा ये कठोर है विधि का विधान
बोलो ए जमीं, बोलो आसमां
रोको रोको रास्ता दिशाओं के दीवारों
बंध करो सारी राहे गगन सितारों,
प्रभु के चरणों में हीरो चाँद सितारो
जाने नही पाए मेरे करुना निधान
बोलो ए जमीं, बोलो आसमां
Say, say, speak the sky
in which direction did my god go
Say a land, speak the sky
Tadka struck in the forest
gautam nari ahilyan tari
Marij Suban was killed by the lord of Viparan.
Say a land, speak the sky
Akhiyan Mori is yearning
hope of those
I stood by the river I was thirsty for thirsty
How harsh is the law
Say a land, speak the sky
stop stop way directions of walls
Tie all the way to the sky stars,
Hero moon stars at the feet of the lord
I couldn’t let go of my compassion
Say a land, speak the sky