बीत गए दिन रात महीने बीत गया है साल,
अब तक आये न तेरे द्वारे पुछ न तेरा हाल
मेरी मैया कैसी है मेरी मैया कैसी है
कब किसने सोचा था के दिन ऐसे भी आयेंगे,
मैया के दर्शन करने को नैन तरस जायंगे
बच्चा बच्चा पूछेगा माँ तुझसे आके सवाल
ओ मेरी मैया कैसी है……….
सारी दुनिया में फैली मैया ऐसी महामारी,
तुमने हो तो हे जगदम्बे रक्शा करी हमारी,
तूने फर्ज निभाया माँ का अब आयेंगे तेरे लाल
ओ मेरी मैया कैसी है……….
हे जगजननी मन नही लगता अब देदो तुम दर्शन
ना जाने कब बरसेगा तेरी किरपा का सावन
दोड़े दोड़े आयेंगे माँ तुझपे होने निहाल
ओ मेरी मैया कैसी है……….
Days, nights, months have passed, years have passed,
Haven’t come till now or asked your condition
how is my mother how is my mother
When who thought that such days would also come,
Nain will yearn to see Maya
The child will ask the mother questions from you
oh my love how is it………..
Maya such an epidemic spread all over the world,
If you are there, O Jagdambe protect us,
You have fulfilled the duty of mother, now your red will come
oh my love how is it………..
Hey Jagjanani I don’t feel like now give me darshan
Don’t know when it will rain your kirpa ka saawan
Mother will come every day, happy to be with you
oh my love how is it………..