सताओ ना हमे उधो हमे दिल की बिमारी है।
हमारा वैद दुनिया में तो बस बांके बिहारी हैं॥
संदेशा श्याम का लाये कटारी क्यूँ नहीं लाये।
जहर का प्याला ले आते ख़तम होती बिमारी यह॥
ना अब हम आँख खोलेंगे, ना मुख से कुछ भी बोलेंगे।
मिलादों श्याम से ए उधो, येही विनती हमारी है॥
मोहन कर गए वादा, मैं परसों लौट आउंगा।
परसों से हुए बरसो, नहीं सुध ली हमारी हैं॥
ना हमने भांग है खायी, ना विष का पान ही किया।
हमारे तन में और मन में, उन्ही की याद समायी है॥
Don’t harass us, we have a disease of the heart.
Our Vaid is only Banke Bihari in the world.
Why didn’t you bring Sandesh Shyam’s katari?
By bringing a cup of poison, this disease would end.
Now we will not open our eyes, nor will we speak anything with our mouth.
Miladon Shyam to Udho, this is our request.
Mohan has made a promise, I will return the day after tomorrow.
It’s been years since yesterday, we haven’t taken care of it.
We have neither eaten cannabis nor drank poison.
In our body and in our mind, the memory of Him is engraved.