( राम राम जो करे, राम से मिल जाता l
राम ही सबका पालणहारी, राम ही सब के दाता ll )
राम राम बोल बंदे, वेला मुड़ नहीं आना l
बीत रही है ज़िंदगी, हाथ कुछ नहीं आना ll
राम राम बोल बंदे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
बचपन तेरा बीत गया, अब जवानी आई रे l
भज ले राम का नाम पगले, क्यों तू देर लगाई रे ll
आगे बुढ़ापा आना, फिर काहे पछताना,,,
राम राम बोल बंदे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
राम के तेरे रिश्ते नाते, सब यहीं रह जाएँगे l
शुभ कर्मों के लेखे जोख़े, बस तेरे काम आएंगे ll
राम का नाम ध्याउना, फिर काहे पछताना,,,
राम राम बोल बंदे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
(Whatever Ram Ram does, he would have met Ram.
Ram is the sustenance of all, Ram is the giver of all)
Ram ram bol bande, don’t turn around.
Life is passing, nothing will come to my hand
Ram Ram Bol Bande,,,,,,,,,,,,
Your childhood has passed, now youth has come.
Bhaj le Ram’s name pagale, why are you late?
Aging ahead, then regretting why,,
Ram Ram Bol Bande,,,,,,,,,,,,
Because of your relationship with Ram, everyone will remain here.
Keep the accounts of good deeds, only your work will come.
Ram’s name Dhayauna, then why repent,,
Ram Ram Bol Bande,,,,,,,,,,,,