उड़ ज्या नींद भंवर सैलानी,
थोड़े से जीण के खातिर कांयी सौवे।
गहरा गहरा होद भरया घट भीतर ,
नाडुली में कपड़ा सूरता कांयी धोवे,
उड़ ज्या नींद भंवर सैलानी
हीरा री खान भरी घट भीतर,
कर्म कांकरिया सूरता कांयी टोवे,
उड़ ज्या नींद भंवर सैलानी
गहरा – गहरा दीप चसे घट भीतर,
बातुलि में दिवलो सूरता कांयी जोवे,
उड़ ज्या नींद भंवर सैलानी
कहत कमाली कबीरा की बाली,
मोतीड़ा री माला कबीरो पोवे,
उड़ ज्या नींद भंवर सैलानी,
उड़ ज्या नींद भंवर सैलानी ,
अब थोड़े से जीण रे खातिर कांयी सौवे,
उड़ ज्या नींद भंवर सैलानी
Ud Jya Sleep Bhanwar Tourist,
For the sake of a little life, Kanyi hundred.
Deep down deep inside,
Wash clothes surta kanyi in naduli,
Ud Jya Sleepy Bhanwar Tourist
Heera ri mine filled inside,
karma kankaria surta kanyi tove,
Ud Jya Sleepy Bhanwar Tourist
Deeply deep,
Divalo Surta Kanyi Jove in Batuli,
Ud Jya Sleepy Bhanwar Tourist
Kahat Kamali Kabira’s earring,
Motida Ri Mala Kabiro Pove,
Ud Jya Sleep Bhanwar Tourist,
Ud jya sleep vortex tourist,
Now for the sake of a little life,
Ud Jya Sleepy Bhanwar Tourist