जागरण की रात मैया जागरण में आओ,
माँ जागरण में आओ
आस लगाएं बैठे हैं माँ अब तो दरश दिखाओ
तेरे भक्तों ने मैया तेरी जोत जगाई,
तेरे लिए महामाई चुनरी लाल मंगाई,
पान सुपारी हलवा पूरी आकर भोग लगाओ,
जागरण की रात मैया…..
तेरी शेर सवारी भक्तों के मन भाई,
दरश बिना अब तेरे इक पल रहा ना जाएं,
जल्दी से तुम आ जाओ माँ अब ना देर लगाओ,
जागरण की रात मैया…..
पाठक केसरी मैया तेरी दिल से भेंटें गाएं,
जो भी दर पे आता झोली भर के जाएं,
लाडी की की भी मैया जी अब बिगड़ी बात बनाओं,
जागरण की रात मैया ……
Come to Maya Jagran on the night of Jagran,
come to mother’s awakening
Have hope, mother is sitting now, then show me
Your devotees have awakened your holdings.
Mahamayi Chunari Lal floated for you,
Come and enjoy the betel nut halwa whole.
Jagran ki raat maiya…..
Your lion rides in the hearts of the devotees,
Darsh can’t live without you now,
You come quickly mother, don’t delay now,
Jagran ki raat maiya…..
Sing the reader Kesari Maiya Teri Dil Se Bhentein,
At whatever rate comes, fill your bag,
Ladi ki bhi maiya ji, now make it a bad thing,
Jagaran ki Raat Maiya……