ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे,
तुम्हरे बिन हमरा कोई नही,
हमरी ये उलझन सुलझाओ मोहन,
तुम्हरे बिन हमरा कोई नही,
हम गरीबों का तू है सहारा,
सच्चा साथी समझ के पुकारा,
जो जगसे हारा तूने ही तारा,
तुम्हे बिन हमरा कोई नही,
ओ पालन…
तुम्हरे जैसा कोई भी न साथी,
तू दीपक है हम सब है बाती,
हमरा ये जीवन तुझपे है अर्पण,
तुम्हरे बिन हमरा कोई नही,
ओ पालन हारे….
भग्त कहता है सुनले कन्हैया,
अब भवर में पड़ी मेरी नैया,
भव से करदो पार मानूँगा उपकार,
तुम्हरे बिन हमरा कोई नही,
ओ पालन हारे….
O nurturing losers, nirgun and detached,
Without you we have no one,
Solve our confusion, Mohan.
Without you we have no one,
You are the support of the poor,
A true friend called with understanding,
Whoever lost the world, you are the star,
We have no one without you,
Oh follow…
There is no friend like you,
You are the lamp, we are all wick,
This life of ours is dedicated to you,
Without you we have no one,
Oh follow…
Bhagat says Sunle Kanhaiya,
Now my Naya lies in the sky,
Do more than you, I will accept your blessings,
Without you we have no one,
Oh follow…