शरदा के फूल चडाते चलो ये है गंगा नहाते चलो
तन ये दोबरा मिले न मिले जीवन को पावन बनाते चलो
ये है गंगा नहाते चलो …..
इस ने तारे लोबी डोंगी रिश्री मुनियों को तारा
पाप हारनी मोक्ष तारनी इस की निर्मल धारा
अमृत है माथे लगाते चलो
ये है गंगा नहाते चलो ….
ब्रह् सुता गंगा कल्याणी बागी रथी संग आई
गो मुख से गंगा सागर तक धारा बन लहराई
घट घट पे दीप जलाते चलो
ये है गंगा नहाते चलो
अंत समय तन राख में मिल के जब गंगा तट आये
ममता के आँचल में उसको गंगा गोद सुलाए
इस दर पे शीश निभाते चलो
ये है गंगा नहाते चलो
Let’s make the flowers of Sharda, let’s take a bath in the Ganges
Do not meet this body again, let’s make life pure
This is the Ganges, let’s take a bath.
This stared the stars of the canoe rishi munis
The pure stream of this tarni loser of sins
nectar is nectar
This is the Ganges, let’s take a bath….
Brah Suta Ganga Kalyani came with the rebel Rathi
From Go Mukh to Ganga Sagar became a stream
Let’s light the lamp at every hour
This is the Ganges, let’s take a bath.
At the end, when the body got mixed in the ashes, the banks of the Ganges came.
Make her sleep in the lap of Mamta
Let’s play head on this rate
This is the Ganges, let’s take a bath.