हरी का भजन करूँ हरी को नमन करूँ
हरी को पुकारूँ सुबह शाम
हरी के भजन बिन जीवन सूना
कैसे मान समझौं
छ्चोड़ के जुग के बंधन मैं तो
द्वार हरी के जौन
हरी के चरण पड़ून हरी को नमन करूँ
हरी को पुकारूँ
मुरली मनोहर कृपा सरोवर
जाग के पालन हारी
भक्ति दान दो गिरधर नागर
शरण पड़े जो टिहरी
विनती हरी से करूँ हरी को नमन करूँ
हरी को पुकारूँ
हरी का भजन करूँ हरी को नमन करूँ
हरी को पुकारूँ सुबह शाम
worship the green, bow down to the green
call green in the morning and evening
Hari’s hymn without life is heard
how to value
I am in the bondage of the jug of the chhod.
Door Hari’s Jaun
bow down to Hari’s feet
call the green
Murli Manohar Kripa Sarovar
wake up lost
Bhakti Daan Do Girdhar Nagar
Tehri who took refuge
Pray to Hari to bow to Hari
call the green
worship the green, bow down to the green
call green in the morning and evening