दरबार बड़ा सोहना ऐ वारी जावा सतगुरु दे मुख बड़ा मन मोना ऐ,
साडे भाग जगाए ने घर मेरे फेरा पान नु अज गुरु जी आये ने
नचदी संगत नचदी गुरु जी दे दर ते नचदी
सारी दुनिया दीवाना ऐ मिशरी वध मीठी मेरे गुरु जी वाणी ऐ
हथा विच कासे ने अखा च उडीक तेरी साडे नैन प्यासे ने
नचदी संगत नचदी गुरु जी दे दर ते नचदी
Darbar Bada Sohna Aye Wari Java Satguru De Mukh Bada Man Mona Aye,
Sade bhag jagaye ne ghar mere phera pan nu aj guru ji aaye ne
Dancing Sangat Dancing at the Guru Ji’s Dar
The whole world is devoted to the Egyptian slaughter sweet my Guru Ji’s voice
There is a cup in my hand, I am waiting for you, our eyes are thirsty
Dancing Sangat Dancing at the Guru Ji’s Dar