यमुना किनारे पे नंद का लाला गईयां चरावे,
कान्हा मुरली से मीठी मीठी तान सुनावे
मुरली को सुन कर के सखिया हो गई रे दीवानी
सुध बुध बोली वो ऐसी होगी रे मस्तानी
राधे ने मुरली से कान्हा कैसा जादू पावे
कान्हा मुरली से मीठी मीठी तान सुनावे
कान्हा की मुरली की जब से तान पड़ी काननं में
दिल मुरली ले गई रे नींद ना आये रे नैन में
सुन कर के मुरली को सखिया आ गई यमुना किनारे
हो गई सब मत वाली देख कान्हा के नैन कजरारे
वृन्दावन में कान्हा सखियो के संग रास रचावे
कान्हा मुरली से मीठी मीठी तान सुनावे
Nanda’s Lala Gaya grazes on the banks of Yamuna,
Hear sweet and sweet tones from Kanha Murli
After listening to the murli, I became a lover of love.
Sudh Budh said she would be like this Re Mastani
What kind of magic did Radhe get Kanha from Murli?
Hear sweet and sweet tones from Kanha Murli
Ever since Kanha’s murli got taunted in Kanan
Dil murli le gayi re sleep na aaye re nain mein
Hearing this, Sakhiya came to Murli on the banks of Yamuna.
Kanha’s Nain Kajrare Dekh Nain Kajrare
Raas with Kanha Sakhis in Vrindavan
Hear sweet and sweet tones from Kanha Murli