श्याम हमारे दिल से पूछो , कितना तुमको याद किया,
याद में तेरे हे मनमोहन, जीवन यु ही गुजार दिया,
श्याम हमारे दिल….
देखि तेरी प्यारी सूरत,हम भी धोका खा ही गए,
तेरी मीठी मीठी बातो में मोहन हम तो आ ही गए,
हार गए सब जीवन में सब कुछ,फिर भी तेरा नाम लिया.
याद में तेरे मनमोहन….
करता हु में कौशिश मोहन,याद कभी तुम ना आओ,
हो सके तो तुम भी मोहन,मेरे दिल से निकल जाओ,
भूल हुई तुझे दिल में बैठाया,इस दिल से लाचार हुआ,
याद में तेरे मनमोहन….
बाहर से कुछ और हो तुम, भीतर से कुछ और हो तुम,
सीखा हे बस दिल का चुराना,जाने कैसे चौर हो तुम,
पछताता हु में मोहन, अब क्यू तेरा एतबार किया
याद में तेरे मनमोहन….
Shyam ask from our heart, how much did you miss,
In remembrance of you, O Manmohan, I have spent my life.
Shyam our heart….
Look at your lovely face, we too have been deceived,
Mohan, we have come in your sweet words,
Lost everything in life, still took your name.
I remember your Manmohan….
I do Kaushish Mohan, never remember you come,
If possible, you too Mohan, get out of my heart,
I forgot to put you in my heart, I was helpless from this heart,
I remember your Manmohan….
You are something else from outside, you are something else from inside,
Learned just stealing the heart, know how chaur are you,
I repent, Mohan, now why did you wait
I remember your Manmohan….