शिलसिला खाटू में बाबा आने का टूटे नही,
श्याम के भगतो प्यारा साथ ये छुटे नही,
भाव भगती की यहाँ पे फुटटी जो धार है,
तेरे खाटू के इलावा और न फूटे कही,
लुटता हु मस्तियाँ मैं श्याम तेरे नाम की,
मस्ती यु का ये अखाडा संवारे छुटे नही,
सारे रिश्तो से बड़ा है श्याम का परिवार ये,
प्रीत की डोरी हमारी देखना न टूटे कही,
छुट भी जाये जमाना मुझको कोई ना गिला,
हर्ष की मिन्जिल तू ही है दिल तेरा छुटे नही
शिलसिला खाटू में बाबा आने का टूटे नही
Baba’s arrival in Shilsila Khatu is not broken,
With Shyam’s Bhagto Pyara, he is not left behind.
Bhav Bhagati’s edge is the foot here,
Apart from your Khatu, do not break anywhere else,
I am robbed of my name Shyam.
This amphitheater of Masti Yu is not left untouched.
Shyam’s family is bigger than all the relations.
Seeing our love’s cord should not be broken,
No one should ever feel sorry for me
You are the destination of joy, your heart is not yours.
Baba’s arrival in Shilsila Khatu is not broken