बजरंगी के प्यार मै कही पागल ना हो जाऊ
सिर सोहने का मुकट विराजे,
गल मोतियाँ की माला साजे,
इस की माला को देख के,
कही पागल न हो जाऊ,
पाव में पजनिया छम छम बजे,
भगता के संग छम छम नाचे,
इस की छम छम को देखके कही पागल न हो जाऊ,
इस बजरंगी के प्यार मै कही पागल ना हो जाऊ,
एक हाथ में गधा विराजे दूजे हाथ में पर्वत साजे,
इसके पर्वत तो देखके कही पागल न हो जाऊ,
बजरंगी के प्यार मै कही पागल ना हो जाऊ
I can’t go crazy with Bajrangi’s love
the crown of the sleeping head,
Decorate a garland of pearls,
Seeing this garland,
Don’t go crazy
Pav in pajnia at six o’clock,
Dance with Bhagta Chham Cham,
Don’t go crazy after seeing the beauty of this.
I should not go mad in the love of this Bajrangi.
One hand holds a donkey and the other holds a mountain,
Seeing its mountains, don’t go mad
I can’t go crazy with Bajrangi’s love