भोग लगाओ साईं आज प्यार भरा पकवान ,
श्रधा सबुरी से लाया प्यार भरा पकवान,
साईं भाव भरा पकवान,
थाल सजाया माँ ने करती रही गुण गान,
लेके नाम तुम्हारे बन गये सब पकवान,
भोग लगाओ साईं आज प्यार भरा पकवान,
शरद सबुरी से लाया प्यारा सा पकवान,
आलू पुरो मेवा अधि का पकवान लेकर तेरे दवारे आया हु भगवन
भोग लगाओ साईं आज प्यार भरा पकवान ,
शरद सबुरी से लाया प्यारा सा पकवान,
गंगा यमुना नीर सा करलो तुम जल पान,
ईसी तृप्ति कर लेना मेरे भगवान,
भोग लगाओ साईं आज प्यार भरा पकवान ,
शरद सबुरी से लाया प्यारा सा पकवान,
जिस लेकर आउगा प्यारे से पकवान,
किरपा कर के खा लेने साईं मेरे भगवान,
भोग लगाओ साईं आज प्यार भरा पकवान ,
शरद सबुरी से लाया प्यारा सा पकवान,
मेरे बाबा साईं तुम हो महान शरण में अपनी लेलेना साईं नाथ भगवान,
भोग लगाओ साईं आज प्यार भरा पकवान ,
शरद सबुरी से लाया प्यारा सा पकवान,
Lagao sai, today’s love-filled dish,
Loving dish brought from Shraddha Saburi,
sai bhav dish,
Mother decorated the plate, singing praises,
But all the dishes have become your name,
Lagao sai, a dish filled with love today,
A lovely dish brought from Sharad Saburi,
God has come to you with a dish of Aloo Puro Nuts Adhi
Lagao sai, today’s love-filled dish,
A lovely dish brought from Sharad Saburi,
Make Ganga yamuna neer like you drink water,
Please satisfy this my God,
Lagao sai, today’s love-filled dish,
A lovely dish brought from Sharad Saburi,
With whom I will bring a lovely dish,
Sai my god,
Lagao sai, today’s love-filled dish,
A lovely dish brought from Sharad Saburi,
My Baba Sai you are your great refuge in the Lord Sai Nath,
Lagao sai, today a love-filled dish,
A lovely dish brought from Sharad Saburi,