दुनिया ने तो वो जखम दिए है जान पर ,
पर किसने किया है दर्द का चारा तेरे वेगैर,
बिगड़ा नसीब किसने स्वारा तेरे वेगैर,
हम बेकसों का कौन है सहारा तेरे वेगैर,
बेअसरो का आसरा एक श्याम आप हो,
भगतो ने तेरे किसको पुकारा तेरे वेगैर,
हम बेकसों का कौन है सहारा तेरे वेगैर,
बिगड़ा नसीब किसने स्वारा तेरे वेगैर,
तेरे दर से उठ के जाना होता नही गवारा,
होता नहीं है दास का गुजरा तेरे वेगैर,
मेरी तो दोढ़ संवारे बस आप तक है,
ले दे के अपना कौन है सहारा तेरे वेगैर,
मेरी तो ये तामना ओ संवारे बिहारी,
देखू न कोई और मैं नजारा तेरे वेगैर,
बिगड़ा नसीब किसने स्वारा तेरे वेगैर,
ले दे के अपना कौन है सहारा तेरे वेगैर,
हम बेकसों का कौन है सहारा तेरे वेगैर,
बिगड़ा नसीब किसने स्वारा तेरे वेगैर,
स्वररवी नंदन शास्त्री जी
The world has given those wounds on life,
But who has done the fodder of pain without you,
Bad luck who swara without you,
Who is the support of the poor without you,
You are a shyam, the shelter of the neutral.
Whom did Bhagto call you without you,
Who is the support of the poor without you,
Bad luck who swara without you,
Wouldn’t mind getting up at your rate,
The slave would not have passed without you,
I only have up to you,
Take me who is your support without you,
Meri toh ye tamana o sanware Bihari,
Do not see anyone and I see without you,
Bad luck who swara without you,
Take me who is your support without you,
Who is the support of us, without you,
Bad luck who swara without you,
Swarravi Nandan Shastri