मेरी होली दुशेरा दिवाली तेरी किरपा से है शेरावाली,
मेरे आंगन में ये खुशहाली तेरी किरपा से है शेरावाली,
माथे पे टिका गुलाल कहा लगाऊ,
लाल लाल चूड़ी ये चुनरिया चढू,
कनिया के रूप में आये तू माँ होली,
खेले मेरे परिवार के साथ होली,
मेरे हाथो में रंगों की थाली,
तेरी किरपा से है शेरावाली…………
जब जब दशेरे का तोहर आये,
मैंने राम जी में दरस तेरे पाए,
आती है जब विजयदसमी की वेला,
घर मेरे लगता है खुशियों का मेला,
शाम आती रहे ये निराली,
तेरी किरपा से माँ शेरा वाली……..
बन जाये लक्ष्मी तू धन बरसाए,
दीपावली का प्रब जब आये,
तू प्यार का दे के उपकार मैया,
भर जाती है मेरे भंगार मैया,
मेरी होती तिजोरी न खाली,
तेरी किरपा से माँ शेरा वाली……..
Meri holi dushera diwali teri kirpa se hai sherawali,
This happiness in my courtyard is from your Kirpa, Sherawali,
Where should I put gulal on my forehead?
Red red bangle ye chunaria chadhu,
You mother Holi came in the form of a daughter,
play holi with my family,
A plate of colors in my hands,
Your kirpa se hai sherawali…………
When the time of Dussehra comes,
I found you dearly in Ram ji,
Comes when the Vela of Vijayadasami,
My home seems like a fair of happiness,
The evening keeps coming, this strange
Mother Shera Wali from Teri Kirpa…….
Become Lakshmi, you shower wealth,
When the time of Deepawali comes,
You give love to my mother,
My bitter love is filled,
My vault would not have been empty,
Mother Shera Wali from Teri Kirpa…….