चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है,
उच्चे पर्वत में महारानी ने दरबार लगाया है,
सारे जग में एक ठिकाना सारे ग़म के मरो का,
रास्ता देख रही है माता अपनी आंख के तारो का,
मस्त हवाओ का एक योका ये संदेसा लाया है,
चलो बुलावा आया है…….
जय माता दी जय माता दी कहते जाओ जय माता दी
जय माता दी कहते जाओ आने जाने वालो को,
चलते जाओ तुम मत देखो अपने पाओ के छलो को,
जितने जितना दर्द सहा है उतना फल भी पाया है,
चलो बुलावा आया है…….
वशिनो देवी के मंदिर में लोग मुरादे पते है,
रोते रोते आते है हस्ते हस्ते जाते है,
मैं भी मांग के देखू जिसने जो माँगा वो पाया है,
चलो बुलावा आया है……….
मैं भी तो एक माँ हु माता,
माँ ही माँ को पहचाने,
बेटे का दुःख क्या होता है और कोई क्या जाने,
उसका पुन मैं देखू कैसे जिसका दूध पिलाया है,
चलो बुलावा आया है………..
Let’s call, Mother has called,
In the high mountain, the queen has held a court,
A place in the whole world to die of all the sorrow,
Mother is looking at the way of the stars in her eyes,
A yoke of cool winds has brought this message,
Let’s call……
Go on saying Jai Mata Di Jai Mata Di, Jai Mata Di
Go on saying Jai Mata Di to those who come,
Go on, don’t you look at the deceit of your feet,
The more pain I have endured, the more fruit I have received,
Let’s call……
In the temple of Vasino Devi, people wish to address,
Crying comes crying, laughing goes away,
I will also look for the demand, whoever has asked has got it,
Let’s call………
I am also a mother
Mother only knows mother,
What happens to the son’s sorrow and no one knows,
How can I see him again whose milk I have fed,
Let’s call………..