में कुछ भी नहीं में कुछ भी नहीं सब श्याम तुम्हारी माया है

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में कुछ भी नहीं  में कुछ भी नहीं,
सब श्याम तुम्हारी माया है,
मैंने जो माँगा मैंने जो चाहा सब बाबा तुमसे पाया है,
में कुछ भी नहीं ……

मेरे नाम को बाबा नाम मिला जबसे मैंने तेरा नाम लिया,
सिर झुका नही जग के आगे जब से दामन तेरा थाम लिया,
गुण दिखे ज़माने को मेरे जब से गुण तेरा गाया है,
में कुछ भी नहीं …….

एक कदम नही मैं चल सकता जो बाबा तू मेरे साथ नही,
तेरा नाम भी लू बिन रजा तेरी इतनी भी मेरी औकात नही,
मेरा है बजूद तब तक बाबा जब तक मुझ पे तेरी छाया है,
में कुछ भी नहीं ……

जिस दिल में बाबा वास तेरा वहा गम का वसेरा कैसे हो,
जिस घर में तेरी जोत जले उस घर में अँधेरा कैसे हो,
उस भाग को दर क्या पटजढ़ का जिस भाग को तूने सजाया है,
में कुछ भी नहीं में कुछ भी नहीं …….

कोई अच्छे कर्म होंगे मेरे जो तुम जैसा दातार मिला,
मुझसे नफरत के पुतले को ए श्याम तुम्हारा प्यार मिला,
है असर तुम्हारी रहमत का सोनू जो कुछ बन पाया है
में कुछ भी नहीं

nothing in me
Sab Shyam is your Maya,
Whatever I asked, I got everything I wanted from you, Baba.
I have nothing……
My name got the name Baba since I took your name,
Don’t bow your head in front of the world ever since you held your arm,
I have seen the virtues since the time my virtues have been sung to you,
I have nothing……
I can’t walk a step, Baba you are not with me,
Your name is also Lu bin Raza, yours is not so much my status,
My existence is there till then Baba, as long as you have your shadow on me,
I have nothing……
In the heart in which Baba resides, how can there be a vessel of sorrow,
How can there be darkness in the house where your holdings burn,
Do you rate that part of Patjadh which you have decorated?
I am nothing in nothing…….
Some good deeds will happen to me who got a data like you,
The effigy of hating me got your love, A Shyam
Sonu is the effect of your mercy, whatever has become
nothing in

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