उचिया पहाड़ा विच बैठी शेरावालिये,
दस तेरी मुठी विच की, माता रानिये दस तेरी मुठी विच की,
मुठी मेरी दे विच लाल लाल चुडिया,
मैन भागता दिया आसा करदी पुरिया,
होर तुसी मांग दियो की
उचिया पहाड़ा विच बैठि……
मुठी मेरी दे विच लाल लाल मेहँदी
मै भागता दे नाल नाल रेहँदी
हर तुसी मांग दियो की
उचिया पहाड़ा विच बैठि…..
मुठी मेरी दे विच फुल्लिया पतासे
मै भागता नू दीनदी आ दिलासे
हर तुसी मांग दियो की
उचिया पहाड़ा विच बैठि…..
Uchiya Pahada Vich Baithi Sherawaliye,
Das Teri Muthi Vich Ki, Mata Rani Das Teri Muthi Vich Ki,
Muthi Meri De Vich Lal Lal Chudiya,
Main Bhagta Diya Asa Kardi Puriya,
And what do you ask for
Sitting in the high mountains.
Muthi meri de vich lal lal mehndi
I live with the part
Every you ask for
Sitting in a high mountain.
Muthi meri de vich phullia patase
I give comfort to the running
Every you ask for
Sitting in a high mountain.