मैं हार गया हु दुनिया से

IMG 20220912 WA0080

मैं हार गया हु दुनिया से,
मेरा श्याम सहारा कोई नही,
मजधार में डूब रही नैया नैया का किनारा कोई नही,
मैं हार गया हु दुनिया से….

रो रो कर सुख गई अखियाँ हर आशा मेरी टूट गई,
मुझको लगता है बाबा मेरी किस्मत ही मुझसे रूठ गी,
मैं ऐसा मुसाफिर हु जिसकी मंजिल का इशारा कोई नही,
मझधार में डूब रही नैया नैया का किनारा कोई नही,
मैं हार गया हु दुनिया से…….

गेरो से क्या करता मैं अपनों ने तोड़ दिया विशवाश,
जो मेरे बिना जी सकते है उनको भी नही आता मैं राज,
बस गम ही गम है जीवन में खुशियों का नजारा कोई नही,
मझधार में डूब रही नैया नैया का किनारा कोई नही,
मैं हार गया हु दुनिया से…….

तकदीर ने कैसा खेल रचा मैं ना ही जीयु मैं ना ही मरू,
तुमसे पूछे केशव बाबा अब तुम ही बताओ क्या मैं करू,
अब तेरे सिवा इस दुनिया में मेरे श्याम सहारा कोई नही,
मझधार में डूब रही नैया नैया का किनारा कोई नही,
मैं हार गया हु दुनिया से…….

I have lost the world
My shyam is no one,
No one is on the shore of Naiya Naya, drowning in Mazdhar,
I am lost from the world….
Akhiya, every hope was broken by crying,
I think Baba my luck got angry with me,
I am such a traveler whose destination is not indicated by anyone,
No one is on the shore of Naiya Naiya, drowning in the middle.
I am lost from the world……
What do I do with Gero, my loved ones have broken my faith,
Even those who can live without me, I do not know the secret,
There is only sorrow, there is no sight of happiness in life,
No one is on the shore of Naiya Naiya, drowning in the middle.
I am lost from the world……
How fate made a game, I neither live nor die,
Ask you Keshav Baba, now you tell me what should I do,
Now there is no one in this world except you, my shy support.
No one is on the shore of Naiya Naya, drowning in the middle.
I am lost from the world……

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter
Share on pinterest
Share on telegram
Share on email

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *