चल पड़ा है चल पड़ा है चल पड़ा है
वो लीले घोड़े वाला देखो चल पड़ा है
किसे ने जब भी मेरे श्याम को आवाज दी है,
बिना देरी लीले की लगाम इसने थाम ली है,
अपने ही भगत की खातिर हर संकट से श्याम लड़ा है,
चल पड़ा है………
भगत की लाज पे आंच आये तो यह दौड़े,
भयानक अंधी और तूफ़ान के रुख को मोड़े,
तू क्यों गबराता है बन्दे तेरा बाबा यही खड़ा है,
चल पड़ा है………
श्याम साथी है दीनो का निराला देव हमारा,
कभी कहलाता है जग में श्याम हारे का सहारा,
कोई और नहीं है इस दुनिया में बाबा सबसे बड़ा है,
चल पड़ा है………
has gone has gone has gone
That lele horse look has gone
Who has given voice to my shyam whenever,
Without delay it has taken hold of the reins,
Shyam has fought every crisis for the sake of his own Bhagat.
It’s gone………
If the heat comes on the shame of Bhagat, then he runs,
Turn the side of the dreadful blind and storm,
Why do you panic, my father is standing here.
It’s gone………
Shyam’s companion is our unique god of dino,
Sometimes it is said that in the world, the support of Shyam Hare,
There is no one else, Baba is the greatest in this world.
It’s gone………