तर्ज – न तुम बेवफा हो ,ना हम बेवफा हैं !!
टेक – वीर मतवाले , कसम आज खाले
वतन कर चले हम , तुम्हारे हवाले !!
कड़ी -1 बापू सुभाष नेहरु , का ये वतन है !
शत – शत हमारा उनको नमन है !!
ये जागीर पुरखों की , अब तू बचाले !!
कड़ी -२ इसे हमने अपने , लहू से है से है सींचा !
कई बार दुश्मन ने चीर माँ का खींचा !!
तू ही आबरू , भारत माँ की बचा ले !!
कड़ी -३ हम ओढ़ जाते कफन ये तिरंगा !
कभी हो न पाए दफ़न ये तिरंगा !!
शहादत तू उनकी ह्रदय में बसाले !!
कड़ी -४ आज अलविदा , ये कर हम चले हैं !
तुम्हें फ़र्ज़ अपना समझा चले हैं !!
डी.के लहू का , क़र्ज़ तू चुकाले !!
लेखक -दिनेश कुमार सविता
पता – सेनवा, मथुरा (उ.p)
Lines – Neither you are unfaithful, nor are we unfaithful !!
Take your oath today
Let us go home, hand it over to you !!
Episode-1 Bapu Subhash Nehru, this is the homeland!
We salute him wholeheartedly!!
This manor belonged to the ancestors, now you save !!
Episode-2 We have watered it with our own blood!
Many times the enemy pulled the rag mother !!
You alone, save Mother India !!
Episode-3 We used to wear the shroud, this tricolor!
This tricolor could never be buried !!
Martyrdom you instill in his heart !!
Episode-4 Goodbye today, we have gone by doing this!
You have understood your duty!!
D.K. of blood, you repay the debt !!
Address – Senwa, Mathura (U.P)