तू उड़ ले चाहे जितना तुजे ऊचा उड़ना है ,
वो जनता है कैसे काबू में करना,
तू उड़ ले चाहे जितना
तू एक पतंग है प्यारे डोरी है उसके हाथ,
जब ईशा होगी उसकी तुझे पल में देगा,
काट मर्जी भी ना पूछे गा तुझे कैसे कटना है,
वो जनता है कैसे काबू में करना,
तू उड़ ले चाहे जितना
जब दौलत आती है तो ये पच नहीं पाती है,
अभिमान के चकर में भुधि मर जाती है,
दौलत के नशे में तुझको भला कब तक नचना है ,
वो जनता है कैसे काबू में करना,
तू उड़ ले चाहे जितना
उसकी नजरो से अब तक कोई बच नहीं पाया है,
वो ऐसा मदारी जिसने दुनिया को नाच्या है,
तू बनले चाहे जितना तुझे शातिर बनाना है,
वो जनता है कैसे काबू में करना,
तू उड़ ले चाहे जितना
मेरा श्याम दयालु फिर भी देता मोका सबको,
ये तेरी भुधि है तू ना जान सके उसको,
शर्मा तुझको भी मौका ये ध्यान रखना है,
वो जनता है कैसे काबू में करना,
तू उड़ ले चाहे जितना
You fly no matter how high you want to fly,
Those people know how to control,
fly however you want
You are a kite, dear string, in his hand,
Isha will give it to you in a moment,
Don’t even ask me how to cut you,
Those people know how to control,
fly however you want
When wealth comes, it cannot be digested,
Bhudhi dies in the throes of pride,
How long do you have to dance in the intoxication of wealth,
Those people know how to control,
fly however you want
Till now no one has escaped from his eyes,
That kind of madari who has danced the world,
You become as clever as you want to be,
Those people know how to control,
as you fly
My shyam kindly still gives opportunity to everyone,
This is your fault, you cannot know him,
Sharma, you also have to keep this in mind.
Those people know how to control,
as you fly