वो देखो चोर हरी मेरा मन ले गया चुरा,
दीवानी मुझे कर गया कैसे नैनो से नैना मिला,
वो देखो चोर हरी मेरा मन ले गया चुरा,
एक झलक तो देखि उसकी लट गुगराली नज़ारे तिर्शी,
घायल मुझे कर गया,कैसे मंद मंद मुस्काये,
वो देखो चोर हरी मेरा मन ले गया चुरा,
नींद भी खोई चैन भी खोया दिल मेरा दीवाना होया,
रात दिन सोवत और जगत तेरी ही याद सताए ,
वो देखो चोर हरी मेरा मन ले गया चुरा,
सँवारी सूरत फिर दिखला जा एक बार तो मुड़ के आजा,
देखे बिन तुजे नैन हमारे चैन कही न पाए,
वो देखो चोर हरी मेरा मन ले गया चुरा,
तेरी अदा ने ऐसा लुटा घर संसार भी मेरा छूटा,
छूट जाये सारी दुनिया तेरा दामन छूट ना जाये,
वो देखो चोर हरी मेरा मन ले गया चुरा,
स्वरश्री गौरव कृष्ण गोस्वामी जी महाराज
Look that thief Hari stole my mind,
Deewani mujhe kar gaya how Naina met Naina,
Look that thief Hari stole my mind,
Have a glimpse,
Injured me, how softly smiled,
Look that thief Hari stole my mind,
Lost sleep too, lost peace too, my heart was crazy,
Night and day sleep and the world only remembers you,
Look that thief Hari stole my mind,
Let your face be shown again, once you turn around
Without seeing you, Nain could not find our peace anywhere,
Look that thief Hari stole my mind,
Your adoration has robbed the house like this, the world has also left me,
May the whole world be missed, don’t leave your arms
Look that thief Hari stole my mind,
Swarshree Gaurav Krishna Goswami Ji Maharaj