तेरा दर्श पाने को जी चाहता है।
खुदी को मिटाने का जी चाहता है॥
पिला दो मुझे मस्ती के प्याले।
मस्ती में आने को जी चाहता है॥
उठे श्याम तेरे मोहोब्बत का दरिया।
मेरा डूब जाने को जी चाहता है॥
यह दुनिया है एक नज़र का धोखा।
इसे ठुकराने को जी चाहता है॥स्वरकृष्ण दास भूटानी
I want to get your vision.
Wants to destroy himself
Give me a cup of fun.
Wants to have fun
Arise Shyam, the river of your love.
I want to drown
This world is a deceit of a glance.
Ji wants to reject it॥Swarakrishna Das Bhutani