मुझको तो बाह गया है शिरडी के धाम आना,
चरणों में तेरे साई मुझे मिल गया ठिकाना,
तुझसे बिछड़ कर साई दुनिया न मुझको भाये,
दिन रेन मनवा मोरा तेरी ही महिमा गए,
मुन्किल नहीं है साई तेरी याद को भूलना,
मुझको तो बाह गया…….
देखि है जब से मैंने तेरी छवि सुहानी,
तेरे हवाले करदी मैंने तो ज़िंदगानी,
तुझको लागु मैं प्यारा वैसा मुझे बनाना,
मुझको तो बाह गया है शिरडी के धाम आना,
दानी है तू दयालु तुझसा नहीं है दाता,
किस्मत बनाने वाला साई है तू है विदाता,
मैं ही नहीं ये कहता कहता है ये ज़माना,
मुझको तो बाह गया है शिरडी के धाम आना
I have been left to come to the abode of Shirdi,
At your feet, I have found the place,
I do not like the world of Sai by separating from you,
The day rain manwa Mora went to your glory,
It is not difficult to forget your remembrance of Sai,
I got lost……
See, since I have made your image beautiful,
I handed over my life to you,
Make me lovely as you apply,
I have been left to come to the abode of Shirdi,
You are the giver, you are kind, not the giver,
Sai is the maker of luck, you are the giver,
It is not only me that says this time,
I have been left to come to the abode of Shirdi.