तेरे चरणों में मैं आया, मेरी सुन ले माँ तु पुकार,
ठोकर खाता फिर रहा माँ, मुझे बेटा कह के पुकार,
मैय्या मेरी शैरोवाली, कितनी भोली भाली है,
दर पे तेरे जो भी आता, भरती झोली खाली है,
मुझपे भी माँ कर दे, तु प्यार भरी बौछार,
ठोकर खाता फिर रहा……..
माँ बेटे का जग में नाता, किसने ना पहचाना है,
क्या में तेरा लाल नहीं, जो तुने ना पहचाना है,
मै भी दर पे तेरे आया, मुझे बेटा कह के पुकार,
ठोकर खाता फिर रहा………
ऊंचे पर्वत बैठके मईया, सबके मुजरे लेती है,
जाकि जैसी कामना होती, वैसा ही फल देती है,
मैं भी दर पे तेरे आया, अब करना ना इंकार,
ठोकर खाता फिर रहा……….
तेरे चरणों की धूली से, हम सब भी माँ तरजाये,
कब से व्याकूल बैठे, तेरी एक झलक जो मिल जाये,
करे “सोनू शर्मा” कब से, तेरे दर्शन का इंतजार,
ठोकर खाता फिर रहा……..
I came at your feet, listen to me mother, you call,
Mother kept stumbling again, call me son,
Maiyya my Sharowali, how innocent is she,
Whatever comes to you at the rate, the recruitment bag is empty,
Make me a mother too, you shower full of love,
Keep stumbling again…….
Mother son’s relation in the world, who has not recognized,
Am I not your red, which you have not recognized,
I also came to you at the rate, call me son,
Keep stumbling again………
Maya sits on high mountains, takes everyone’s compensation,
Zaki gives the same fruit as it is desired.
I also came to you at the rate, do not refuse to do it now,
Keep stumbling again………..
From the dust of your feet, may all of us also be saved mother,
Since when did you sit confused, that one glimpse of you can be found,
Do “Sonu Sharma” since when, waiting for your darshan,
Keep stumbling again…….