अब न लागे जिया घर में परिवार में,
लुट गई लुट गई श्याम के प्यार में,
श्याम के प्यार में कृष्ण के प्यार में,
लुट गई लुट गई श्याम के प्यार में,
दिल हुआ है उसी का दीवाना,
गूंजे होठो में उसका तराना,
रहे आँखों में तस्वीर उसकी कहे पागल मुझे ये ज़माना,
मैं दीवानी फिरू बीच बाज़ार में,
लुट गई लुट गई श्याम के प्यार में,
दिल की धड़कन में वोही बसा है,
रहे हर दम उसी का नशा है,
दिल लगा कर दया नंदन देखा आया जीने का असली मजा है,
अब न भावे मुझे कुछ भी संसार में,
लुट गई लुट गई श्याम के प्यार में,
Now don’t start living in the family in the house,
robbed in love of shyam,
In love with Shyam, in love with Krishna,
robbed in love of shyam,
The heart has become crazy about him,
Her tinge in her buoyant lips,
Keep the picture in his eyes saying I am crazy this time,
Main Deewani in Firo Beach Bazaar,
robbed in love of shyam,
He is settled in the heartbeat,
Every breath is his intoxication,
I saw Daya Nandan with my heart, the real fun of living is,
Now I don’t feel anything in the world,
robbed in love of shyam,