ये दिल की दासता होठो पे आई सांवरे सुन लो,
दुखो की मार से आँखे भर आई सांवरे सुन लो,
हमारी लाज है फिर भी क्या बैठे देख ते हो तुम,
क्या पानी है मेरे आंसू क्यों कुछ न बोलते हो तुम,
ज़माने में हुई है अब हसाई,
सांवरे सुन लो……….
जिहधर भी देखता हु मैं अँधेरा ही अँधेरा है,
मैं खुद से हारा बैठा हु निराषाओँ ने गेरा है,
हमारे दिल में न है अब समाई,
सांवरे सुन लो…..
दयालु हो कन्हैया तुम दया मुझपे भी कर दो न,
कहे मोहित मेरी झोली प्रभु खुशियों से भर दो न,
प्रभु हमने भी ये अर्जी लगाई सांवरे सुन लो.
सांवरे सुन लो………
Listen to the twilight that came on the lips of this heart’s servitude,
The eyes filled with sorrow, listen to the darkness,
It is our shame, yet what do you see sitting there,
what water is my tears why don’t you say anything
It’s time to laugh now,
Listen in the morning………
Wherever I look I am only dark,
I have lost myself in despair,
There is no longer in our heart,
Hear the evening…..
Be kind, Kanhaiya, don’t you show mercy to me too.
Don’t say Mohit, Lord fill my bag with happiness,
Lord, we also made this request, listen to the evening.
Listen in the morning………