साई नाथ की पालकी चली साई नाथ की पालकी,
मेरे घर भी आओ साई नाथ,
मेरे भाग जगाओ साई नाथ,
मेरे कृष्णा साई मेरे सोहने साई तुम हो मेरे साई नाथ,
मेरे शिव शंकर भी तुम हो,
मेरे ब्रह्मा विष्णु तुम हो शिरडी के राजा तुम हो मेरे सोने साई तुम हो,
साई नाथ की पालकी ….
मुझे दर पे भुलायो साई नाथ,
मुझे अपना बनाओ साई नाथ,
मेरे प्यारे साई मेरे सोहने साई,
मेरे घर पधारो साई नाथ
मेरी ज़िंदगी भी तुम हो मेरी बंदगी भी तुम हो,
मेरे जीना का मकसद तुम हो मेरे पालनहार तुम हो,
साई नाथ की पालकी चली साई नाथ की पालकी,
हम दर दर भटके साई नाथ मिले तेरा सहारा साई,
ये तेरी इनायत तेरा कर्म है दाता मेरे साई नाथ,
म स निज़ामी साई नाथ तेरा करते गुण गान,
ये सूंदर तेरी करे पूजा उसके घर भी पदाहरो साई नाथ,
साई नाथ की पालकी चली साई नाथ की पालकी,
Sai Nath’s palanquin went Sai Nath’s palanquin,
Come to my house too, Sai Nath,
Wake up my part Sai Nath,
Mere Krishna Sai Mere Sohne Sai You are Mere Sai Nath,
You are also my Shiv Shankar.
You are my Brahma Vishnu, you are the king of Shirdi, you are my Sone Sai.
Sai Nath’s palanquin….
Forget me at the rate Sai Nath,
Make me yours Sai Nath,
My dear Sai, my sleeping Sai,
come to my house sai nath
You are my life too
You are the purpose of my life, you are my savior,
Sai Nath’s palanquin went Sai Nath’s palanquin,
We wandered from door to door Sai Nath met your Sahara Sai,
This is your grace, your karma, the donor, my Sai Nath,
M S Nizami Sai Nath sings your praises,
This beautiful woman should worship her at home too, Sai Nath.
Sai Nath’s palanquin went Sai Nath’s palanquin,