जदो दुनिया ने आँख मेतो फेरी,
गुरां ने मेरी बाह फड़ लई,
मेरी तार दिति दुभि दी होइ बेड़ी,
गुरां ने मेरी बाह फड़ लई,
ठोकर वि मरियाँ सी जदो ऐ समाज ने,
दिगदा उठाया पंक्षी मेरे महाराज ने,
सिर झुल्दी सी दुखा दी हनेरी,
गुरां ने मेरी बाह फड़ लई,
रेहमत ओह्दी दा किंज करा शुकराना मैं,
कौन मेरे गुरु जेहा घूमिया ज़माना मैं,
मैनु तारया रता ना लाइ देरी,
गुरां ने मेरी बाह फड़ लई
जांदा सी कौन तेरे बचड़े निमाने न,
चरनी लगा के मान दिता सेवादार न,
बिना नाम दे घडी न लेंगे मेरी,
गुरां ने मेरी बाह फड़ लई
Jado Duniya Ne Aankh Meto Feri,
Guru Ne Meri Baah Phad Lai,
Meri tar diti dubhi di hoi bedi,
Guru Ne Meri Baah Phad Lai,
Thokar vi mariyan si jado ai samaj ne,
Digda Uthaaya Pankhi Mere Maharaj Ne,
Sir jhuldi si dukha di haneri,
Guru Ne Meri Baah Phad Lai,
Rehmat Ohdi Da Kinj Kara Shukrana Main,
Kaun mere guru jeha ghumiya zamana mein,
Mainu taraya rata na lai deri,
The Gurus took my arm
Jaanda Si Kaun Tere Bachde Nimane Na,
Charni laga ke maan diya sevadar na,
Bina Naam De Ghadi Na Leenge Meri,
The Gurus took my arm